Wednesday, October 19, 2011

किरण बेदी ने छूट की टिकटों पर संस्थाओं से वसूले पूरे पैसे


अजमेर सिंह
नई दिल्ली,अक्तूबर। संसद सदस्यों को अपने रामलीला घुंघट के अभिनय से चिढ़ाने वाली और अण्णा टीम की सबसे मुखर सदस्य किरण बेदी को कुछ स्पष्टीकरण देना पड़ सकता है। मसला है सेमिनार और सभाओं के लिए बुलाए जाने पर एनजीओ और संस्थाओं से यात्रा खर्च बढ़ाकर वसूलने का।
द इंडियन एक्सप्रेस के पास उपलब्ध बिलों,रसीदों और चैक की प्रतिलिपियों के रिकार्ड बताते हैं कि बहादुरी पुरस्कार प्राप्त बेदी को एअर इंडिया की टिकटों के किराए में छूट मिलती है, इसके बावजूद उन्होंने मेजबान संस्थाओं से पूरे पैसे वसूले। यही नहीं इकानामी क्लास में सफर कर उन्होंने बिजनेस क्लास का किराया भी वसूला।द इंडियन एक्सप्रेस के पास ऐसे 12 उदाहरणों के रिकार्ड हैं। इनमें से कई पुराने 2006 के भी हैं जब बेदी आईपीएस अधिकारी के रूप में सेवारत थीं।

उनकी हाल की ऐसी यात्रा का बिल 29 सितंबर को भेजा गया, जिसमें किराए की रकम बढ़ा कर दी गई है।
इन किराए के चैकों का भुगतान एनजीओ इंडिया वीजन फाउंडेशन को किया गया, बेदी इसकी प्रमुख हैं। उसके चार्टर्ड एकाउंटेंट सुरेश व्यास ने कहा कि जिसे आप गड़बड़ी कह रहे हैं, वह दरअसल उनकी ‘बचत’ है, क्योंकि बेदी ने उससे कम खर्च किया जितना उनको भुगतान किया गया। इस रकम का उपयोग मुद्दों से जुड़ी उन यात्राओं पर किया जाता है जिसके लिए बेदी को कोई भुगतान नहीं होता।
फरवरी, 2001 के सरकारी दिशानिर्देश के मुताबिक बहादुरी पुरस्कार विजेताओं को एअर एंडिया के विमान के इकानामी क्लास के टिकटों पर 75 फीसद की छूट मिलेगी। बेदी को 1979 में बहादुरी के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार दिया गया था। उनका जीए(बहादुरी पुरस्कार) क्रमांक 433 है।जनसत्ता से

1 comment:

HITENDRA TIWARI ADVOCATE said...

kiran bedi ne jo liya wo sahi kiya wo NGO ke liye kiya aur NGO wo kam karti hai jo sarkar nahi kar sakti aur aaj ke samay main koi bhi imandar nahi hai ........hum apne hi andar imandari ko khoje to swyam pata lag jayega ...............ye rajneta ek bar MLA ya MP bante hai aur jeevan bhar uska fayda lete hai chhae wo pension ho ya ticket main chut baccho ko rev aur najene kya kya yadi ye desh seva ke liye netagiri karte hai to ye sab nahi lena chhiye.......sab kahte hai ki wo gandhiwadi hai sahi gandiwadi wo hi hai jo desh seva nishwarth rup main kare aur sarkar se koi bhi suvidha na le to mane ki wo sahi gandhiwadi hai..............jai hind