Monday, October 17, 2011

मायावती सरकार के भ्रष्टाचार पर टीम अन्ना की ख़ामोशी


अंबरीश कुमार
लखनऊ , अक्तूबर।टीम अन्ना ने आज उत्तर प्रदेश के बांदा से अपना अभियान शुरू किया पर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी मायावती सरकार के खिलाफ कोई एलान नहीं किया। इस पर उत्तर प्रदेश के राजनैतिक दलों के साथ उत्तर प्रदेश में अन्ना आंदोलन के प्रमुख नेता राम धीरज ने भी हैरानी जताई है।समाजवादी पार्टी ने साफ़ कहा कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी मायावती सरकार से डर कर अन्ना हज़ारे भाग गए। भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी लड़ाई मायावती सरकार के खिलाफ कोई कार्यक्रम लिए बिना अधूरी है और ऎसी लड़ाई पाखंड मानी जाएगी । बांदा में टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में कांग्रेस के खिलाफ अपना अभियान जारी रखते हुए लोगों से अपील की कि जन लोकपाल बिल अगर शीतकालीन सत्र में पास नहीं होता है तो कांग्रेस को एक भी वोट नहीं मिलना चाहिए। ख़ास बात यह थी कि जिस बांदा से टीम अन्ना ने अपना अभियान शुरू किया वहा पर सत्तारूढ़ दल के असरदार मंत्री के भ्रष्टाचार के चलते एक पुल भी टूट चूका है और एक स्कूल की छत भी । पर टीम अन्ना ने इस सबको नजरंदाज कर दिया जिससे विपक्ष हैरान था ।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा - यह टीम अन्ना क्या होती है ,जो कुछ है अन्ना हजारे है और वे मायावती सरकार से डर कर भाग चुके है । भ्रष्टाचार की कोई लड़ाई इस तरह के पाखंड से नहीं होती है । हम लोग यहाँ लाठी गोली खाकर भ्रष्टाचार से लड़ रहे है । इस लड़ाई की कीमत समाजवादी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की सड़कों पर निकल कर चुकाई है । हमारे नौजवान नेताओं के सर पर पुलिस अफसरों ने बूट रखकर कुचला है । हम हवा हवाई लड़ाई नहीं लड़ते है । इस बीच जयप्रकाश आंदोलन के नेता और अन्ना आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सर्वसेवा संघ के सचिव राम धीरज ने टीम अन्ना के कांग्रेस विरोध पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है । राम धीरज ने जनसत्ता से कहा -अगर भ्रष्टाचार का विरोध करना है तो किसी एक पार्टी के खिलाफ ही अभियान क्यों । उत्तर प्रदेश में मायावती सरकार के खिलाफ जन आक्रोश बढ़ रहा है और अगर हमारे साथी सिर्फ कांग्रेस के विरोध की बात करेंगे तो हां सब की साख ख़त्म हो जाएगी। बेहतर तो यही होगा कि आमजन को हर भ्रष्ट नेता के खिलाफ लामबंद किया जाए । इस बात से अन्ना आंदोलन के कई साथी सहमत भी है । जन संघर्ष मोर्चा ने भी टीम आन्ना के एक तरफ़ा कांग्रेस विरोध पर हैरानी जताई है । मोर्चा के संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा -अन्ना के आंदोलन को बड़ा समर्थन मिला था पर अब उसकी दिशा बदल रही है जिससे आंदोलन और बदलाव की ताकतों को धक्का लगा है ।
इस बीच कांग्रेस ने भी टीम अन्ना के रुख पर हैरानी जताई है । प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि अन्ना हजारे की टीम उत्तर प्रदेश में यदि आती है तो कांग्रेस पार्टी उनका स्वागत करती है, लेकिन टीम अन्ना को प्रदेश के भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन करना होगा, जिससे प्रदेश की जनता त्रस्त है और कांग्रेस पार्टी उस भ्रष्टाचार के विरोध में संघर्ष कर रही है। उन्होने कहा कि यदि टीम अन्ना बसपा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन करेगी तो कांग्रेस पार्टी और प्रदेश की जनता टीम अन्ना का समर्थन करेगी। उन्होने कहा कि स्वयं अन्ना हजारे के जरिए यह संदेश आया है कि यदि संसद शीतकालनी मजबूत जनलोकपाल बिल आती है तो वह कांग्रेस के साथ काम करेंगे। ऐसे में अन्ना टीम को मायावती जी के भ्रष्टाचार के विरोध में ध्यान केन्द्रित करना करना चाहिए।
जनसत्ता

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