Tuesday, November 1, 2011

सच्चर ब्रह्मास्त्र के चुनावी खेल में फच्चर की आशंका

अंबरीश कुमार
लखनऊ , नवंबर । मुस्लिम वोट बैंक को रिझाने के लिए कांग्रेस जिस सच्चर कमेटी की सिफारिशों को चुनावी ब्रह्मास्त्र के रूप में इस्तेमाल करने की तैयारी में है उसमे फच्चर लग सकता है । सारा खेल मुसलमानों के वोट को लेकर है जिसकी बड़ी दावेदार उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी है । केंद्रीय कानून और अल्पसंख्यक मामलों के मानती सलमान खुर्शीद ने कल लखनऊ में सच्चर कमेटी की सिफारिशों के आधार पर मुसलमानों को नौकरियों में छह फीसद आरक्षण की बात कह कर राजनीति में हलचल मचा दी थी । समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह ने आज साफ़ कहा -सच्चर कमेटी की सिफारिशें ज्यों की त्यों लागू की जाए।
कांग्रेस के इस खेल से धर्मनिरपेक्ष तकते सतर्क हो गई है। राजनैतिक दल इसे कांग्रेस का चुनावी हथकंडा मान रहे है । भाकपा के वरिष्ठ नेता अशोक मिश्र ने कहा -कांग्रेस अपनी फटी चादर में इस तरह के पैबंद लगा क़र चुनावी वैतरणी पर करना चाहती पर यह संभव नहीं है । सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने में जो देरी हो रही है उसके लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है । जो हर काम चुनावी फायदे के लिहाज से करती है । सच्चर कमेटी की सिफ़ारिशो को लेकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न राजनैतिक दल लगातार मांग करते रहे है पर कोई पहल होती नजर नहीं आई । समाजवादी पार्टी से लेकर बसपा ,वाम दल ,पीस पार्टी और जन संघर्ष मोर्चा आदि इसे जल्द से जल्द लागू करने की बात कहते रहे है ।पर अब तक इसे लागू करने के आसार नजर नही आ रहे थे । पर सोमवार को सलमान खुर्शीद ने दो महीने के भीतर पिछड़े मुसलमानों को नौकरियों में आरक्षण का एलान कर उन सभी दलों को झटका दिया जिनका मुस्लिम जनाधार है ।
वैसे भी राजनैतिक विश्लेषक मान रहे है कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश चुनाव में एक के बाद एक राजनैतिक हथियारों का इस्तेमाल कर माहौल अपने पक्ष में करने का प्रयास करेगी । जिसकी शुरुआत मुस्लिम आरक्षण से हो सकती है । बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भी इसकी मांग कर चुकी है ।
उत्तर प्रदेश में विधान सभा की करीब बीस फीसद सीटें मुस्लिम बहुल है जिसकी वजह से वे एक बड़ी राजनैतिक ताकत भी है ।यह बात अलग है कि उनकी पहचान एक वोट बैंक के रूप में ज्यादा रही और उनके विकास के लिए कोई ठोस पहल नहीं हुई ।
इसी मुद्दे को राजनैतिक दल कांग्रेस के खिलाफ एक औजार की तरह इस्तेमाल करते रहे है। कांग्रेस अब सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू कर राजनैतिक लाभ लेना चाहती है पर विपक्षी दल इन सिफारिशों को ज्यों का त्यों लागू करने की मांग कर कांग्रेस की घेरेबंदी भी कर रहे है । समाजवादी पार्टी के मुस्लिम चेहरे के रूप में मशहूर आजम खान ने कहा -छह फीसद आरक्षण की बात कर कांग्रेस ने मुसलमानों को जलील किया है ,इसके लिए पार्टी को माफ़ी मांगनी चाहिए । आजम खान कके तेवर से साफ़ है कि मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा अब गरमा सकता है । कांग्रेस के लिए भी यह राजनैतिक चुनौती के रूपमे सामने आ सकता है क्योकि आरक्षण का सवाल काफी संवेदनशील मुद्दा माना जाता रहा है ।jansatta

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