Wednesday, December 22, 2010

दसवें के घाट पर वाजपेयी का जन्मदिन !


अंबरीश कुमार
लखनऊ दिसम्बर। अपने को हिंदुत्व का अलंबरदार मानने वाले भाजपाई पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी का ८७ वां जन्मदिन २५ दिसंबर को को लखनऊ के कुडिया घाट पर मना रहे है जो सनातन काल से दसवें का घाट है और चौक इलाके के गुलाला शमशान घाट का क्रिया घाट भी है । इस कार्यक्रम को अशुभ माना जा रहा है पर भाजपाई जो एक बार ठान लेते है तो जल्दी पीछे नही हटते है , यह तर्क पार्टी की तरफ से दिया गया । इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली होंगे । यह कार्यक्रम लखनऊ के सांसद लालजी टंडन के संरक्षण में हो रहा है । ये वही टंडन है जिनके जन्मदिन पर साड़ी बाँटने के दौरान भगदड़ मची तो दो दर्जन से ज्यादा के महिलाओं की मौत हो गई थी । दसवें के घाट पर वाजपेयी का जन्मदिन मनाने को चौक इलाके जिसे छोटी काशी भी कहा जाता है वहां के ब्राह्मणों को रास नही आया । पंडित द्वारका दास ने कहा -- जिस घाट पर दसवां होता है ,घंट बांधा जाता है , क्या वही जगह भाजपा वालों को मिली , ऐसे घाट पर तो तांत्रिक भोज होता है किसी के जन्मदिन का उत्सव नही । लगता है इस पार्टी ने तो परंपरा ,संस्कृति और संस्कार सभी को तिलांजलि दे दी है । दूसरी तरफ भाजपा प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा -कुडिया घाट पर पहले भी वाजपेयी का जन्मदिन मनाया जा चुका है ।
इस कार्यक्रम को लेकर भाजपा में विरोध के स्वर मुखर नही हो पा रहे है क्योकि टंडन से कोई टकराव लेकर राजनैतिक भविष्य खराब नही करना चाहता । वैसे भी टंडन का यह कार्यक्रम राजनैतिक ज्यादा है । जबसे मुरली मनोहर जोशी और कलराज मिश्र का लखनऊ का दौरा बढ़ा है टंडन सतर्क हो गए है । ब्राह्मण के नाम पर इस लखनऊ की संसदीय सीट पर दूसरा दावेदार न आ जाए यह चिंता भी है । अरुण जेटली का दौरा उसी पेशबंदी का नतीजा है । पर लोग इस बात से हैरान है कि लालजी टंडन वाजपेयी का जन्मदिन दसवें के घाट पर क्यों मना रहे है ।जानकारी के मुताबिक कुडिया घाट पर वाजपेयी के जन्मदिन पर भजन आदि के बाद भोजन का भी कार्यक्रम है । समूचा कार्यक्रम दिन में दो बजे तक निपट जाएगा।
गोमतीनगर के कार्यकर्त्ता मनोज कुमार ने कहा - जबसे टंडन ने दसवें के घाट पर वाजपेयी का जन्मदिन मनाना शुरू किया है तभी से उनका स्वास्थ्य भी गड़बड़ा गया है । वैसे तो वैज्ञानिक दृष्टि से इन सब बातों का कोई महत्व नही पर जो पार्टी मर्यादा पुरषोत्तम राम के नाम पर सत्ता में आ चुकी हो और हिंदुत्व की बात करती हो उसे तो यह ध्यान रखना चाहिए कि जन्मदिन का उत्सव कहा मनाया जा सकता है और कहाँ नही । पार्टी को वाजपेयी की वह कविता ध्यान रखनी चाहिए जिसमे उन्होंने कहा था - हिंदू तन मन हिंदू जीवन ,रग रग मेरा हिंदू परिचय,सागर में समायु तो बदव नल बनकर उभरू । बेहतर हो पार्टी इस कार्यक्रम की जगह बदल कर अनावश्यक विवाद से बचे । और अरुण जेतली को भी ऐसी जगह नही जाना चाहिए जिससे पुरे हिंदू समाज में गलत संदेश जाए ।
ख़ास बात यह है कि वाजपेयी के जन्मदिन पर लखनऊ में कई और कार्यक्रम हो रहे है । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हीरो बाजपेयी ने बताया -पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी जी का जन्मदिन (25 दिसम्बर) हम सबके लिए एक पर्व के समान है। श्रद्धेय अटल जी का व्यक्तित्व विराट है। वे 86 बरस के हो गये हैं। अटल जी के दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए उनके 87वें जन्मदिवस के एक दिन पूर्व 24 दिसम्बर को सुबह 10 बजे हनुमान मंदिर आम्रपाली चौराहा, ए-ब्लाक इन्दिरा नगर, लखनऊ पर सामूहिक हवन-पूजन का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही, महापौर डॉ0 दिनेश शर्मा, सांसद कुसुम राय, पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता भाजपा जयपाल सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इसके पश्चात् लवकुश नगर बस्ती ए-ब्लाक इंदिरा नगर में मिष्ठान वितरण होगा।
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश मंत्री एवं विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वपटल पर भारत का मान बढ़ाने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिवस की पूर्व संध्या पर दिनांक 24 दिसम्बर को शाम पांच बजे कोठारी बंधु पार्क राजाजीपुरम् में एक भजन संध्या का आयोजन किया गया है जिसमें भजन गायक किशोर चतुर्वेदी का गायन होगा। इस अवसर पर सांसद लालजी टंडन, महापौर डॉ दिनेश शर्मा, सांसद कुसुम राय, पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष जयपाल सिंह, नगर अध्यक्ष नीरज गुप्ता, पूर्व नगर अध्यक्ष प्रदीप भार्गव उपस्थित रहेंगे।

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